Friday, November 02, 2007

Do Line
उम्मीदो का सौदागर हूँ, सपनो में जीता हूँ।
जब दिल ना लगे तो थोड़ी सी पी लेता हूँ।।

Thursday, September 27, 2007

"क्यूँ नहीं लौट जाते"

हे ऐकान्त के वासी,
ये सूर्य देश कहाँ है,
जिसका कोई सार ना हो,
ऐसा प्रदेश कहाँ है।

देखा, हाँ मैने भी देखा है,
क्षितिज से क्षितिज तक फैला,
नभ की विशालता को चीरता,
नितान्त ऍकान्त था वहाँ।

पर तुम कयूँ इतने चिन्तित हो,
क्यूं ये पीड़ा प्रण लिया है,
क्यूँ नही लौट जाते ऍकान्त मे,
जिसके तुम आदी हो।।

Saturday, September 15, 2007

"मेरा अंडा"
और फिर भगवान ने मुझे इक अंडा दिया और कहा ये दुनिया का सबसे मजबूत अंडा है, हजार हाथी भी इसे नही तोड़ सकते। मैने जो भी किया अंडे ने मुझे सहारा दिया, मुझे पता था कि कुछ भी इसके पार नही जा सकता, मै अजेय होता गया...और जीतता गया....
आज जब सारी दुनिया मेरी है, ये लोग कहते है अंडा कुछ भी नही, ये इक मामूली सा आम अंडा है! मुझे पता है , ये सही में दुनिया का सबसे मजबूत अंडा है, इसिलिये तो मै राजी हो गया आज के इस शक्ति परीक्षण के लिये और दाँव पे लगा दी अपनी सारी कमायी। ये विशाल हथौड़ा सब कुछ तोड़ सकता है, हीरा भी.. लेकिन मुझे पता है ये मेरा अंडा नही तोड़ पायेगा...और तभी मुझसे कहा गया ... परीक्षण का वक्त आ गया है। क्या सही में परीक्षण का वक्त आ गया है, क्या मुझे थोड़ा भी और समय नही मिलेगा, मै डर क्यूँ रहा हूँ... ये तो दुनिया का सबसे मजबूत अंडा है जिसने जिन्दगी भर मेरा साथ दिया है, ये आज भी मुझे नीचा नही दिखायेगा... और मैने अंडा हथौड़े के नीचे रख दिया।
लेकिन इससे पहले कि परीक्षण पूरा होता मै अंडा लेकर वापिस आ गया और अपनी हार स्वीकार कर ली।

क्या मै डर गया हूँ, या मुझे अपने अंडे पे भरोसा नही? जो भी हो , हार गया हूँ पर फिर भी पता नही क्यूँ आज सब कुछ रंगीन दिख रहा है , हर जगह फूल खिल रहे है ..ऍसा लग रहा है जैसे की सारी सृष्टि किसी नवजात शिशु के जन्म की खुशी मना रही है।


दीपक
पुरानी यादें............

"कोई शीर्षक नहीं"

मर गये कुत्ते, सड़ गयी चीले।
यहाँ वहाँ बालू के टीले़।
कितने बंजर कितने निर्जन।
पल पल बदले, अपना तन।।

Monday, August 27, 2007

कोई है!
जिस तरफ भी रुख करुं,
हवा साथ देती नही,
जिस डाल कि तरफ बढ़ुँ,
है मुह मोड़ लेती वही,
बढ़ रहा अकेला पन है,
मिलती कोइ संगत नही,
जिसको भी साथ माना ,
छोड़ दूर चला गया वही।।

Thursday, August 23, 2007

Awesome Chameli Song (Jaane - Soul of Chameli)
A must listen to everyone...

भीगी हुई कोइ शाम वो,
महका हुआ कोइ नाम वो,
बिन बात ही होती है नीलाम वो,
मशहूर है फिर भी बदनाम वो,
जाने ...हुआ है आज क्या हमें ना हम...
जाने... क्यूँ हमको याद आये वो.....

अब इस तरह उसको सोचता हूं,
गुजरे हुऐ वो पल रोकता हूं,
वो पल कही् खो गये हैँ जो अपने,
और साथ भी खो गये है जो सपने,
जाने... हुआ हैं आज क्या हमें ना हम,
जाने क्यू हमको याद आये वो......

वो रोशनी वो आग है
या फिर कोइ चिराग है
जिसे धीरे‍ धीरे है जलना
जिसे इस तरह ही है चलना
किसी मोड़ पे वो आज भी
कंडील सी जलेगी
शहर की धूप सी
बेवक्त ही ढलेगी
क्यूँ हमको याऽऽऽऽऽद....

भीगी हुई कोइ शाम वो,
महका हुआ कोइ नाम वो,
बिन बात ही होती है नीलाम वो,
मशहूर है फिर भी बदनाम वो,
जाने ...हुआ है आज क्या हमें ना हम...
जाने... क्यूँ हमको याद आये वो.....

Sunday, August 19, 2007

यादेँ
खुशनुमा यादो के झोंके,
अतीत की दीवारो को पार कर,
हौले से आते है ,
और चुपके से,
कानो के पीछे सहला कर,
अपने सँग ले जाते है।
वो
छू गई मन्द मदमस्ती से,
उसकी गीली हँसी मुझे,
कहकहो मेँ उसके,
लगा जीवन का सार मुझे,
सँजो के रखना चाहता था,
हर उस पल का हिसाब मैं,
पर खो गयी यादो से,
वो भी, उसकी हँसी भी।
"काश"
कहता है दिल आज ये,
काश, ये काश ना होता ।
जो भी माँगा था जीवन से,
काश वो मेरा अपना होता ।।

Monday, April 02, 2007

Two Dogs
Two dogs came to the country town...
They were wearing their gown...
One was a pet dog .. one was stray...
one was..a ...pet dog. One...waaasss straaaayyyy
One was a pet dog .. one was stray...

Pet got every thing..... foood to bone...
no fear of a ocean.... the sheltered home
The gold bracelet on her neck
staring at you .. I am "jealous"....

The stary got nothing at alll...
no food .. no shelter na..anh around...
The smile on his face....bring cheers to crowd ...
he was the king...
he was a KING
he was a KING or just brightest in the lot...
NO Fooood... No Shelter...
just rain and the havoc...
dying people hunger and pain...
and you are dancing in the rain
stray has gotten a peice of bread...
which got a fungus with passing age....
Sray took .....a bite of it....
lost his life to the "TricK"....
The pet got an iron cage...
golden bone.. diamond cake
The pet die in a hurry ...
a mercedez just drove over him....
and Then....

Two dogs going from the counrty town
they were wearing their gown...
they had a plastic chair and a stool...
people gonaa pay them
for making them fool....

Deepak (The Drunk Song)

Thursday, February 01, 2007


अतीत के पन्नो से

कहना है, आज मुझे ।
इन बदलते वक्त के पन्नो से।
तुम पर नये आरम्भ की।
पहली पन्क्ति मै लिखून्गा ।।